प्रशिक्षण एवं निर्देशन
एम.फिल. एवं पी.एच.डी. के शोधार्थियों को शोध पद्धति और शोध सामग्री के उपयोग का प्रशिक्षण देना तथा निर्देशन का कार्य करना।
अध्ययन कक्ष
शोधार्थियों के अध्ययन के लिए संस्थान में अलग से कक्ष की व्यवस्था है। अध्ययन कक्ष का उपयोग करने के लिये शोधार्थी को वार्षिक सदस्यता प्राप्त
करना आवश्यक है जिसका सदस्यता शुल्क रु० 1000/- (एक हजार रुपये) है। संस्थान का अध्ययन कक्ष, संस्थान के पुस्तकालय के समय प्रातः 10
से सायं 6 बजे तक खुला रहता है । केवल रविवार और शासकीय अवकाश को छोड़कर।
प्रवेश शुल्क
रघुबीर लायब्रेरी अवलोकन करने के लिये रु० 5/- प्रति व्यक्ति प्रवेश शुल्क रखा गया है। विद्यार्थियों को परिचय पत्र दिखाने पर 50 प्रतिशत की छूट दी जायगी।
पुस्तकालय समय
संस्थान का पुस्तकालय प्रातः 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है। द्वितीय और तृतीय शनिवार तथा अन्य शासकीय अवकाश के दिन छोड़कर।
सदस्यता
संरक्षक :
इस प्रकार के ख्याति प्राप्त महानुभाव प्रबंध मण्डल की राय में जो भारतीय संस्कृति, साहित्य, कला और इतिहास में विशिष्ट ज्ञान अथवा व्यवहारिक
ज्ञान रखता हो या संस्थान के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए वह उपयोगी हो ऐसे व्यक्ति को संस्थान का प्रबंध मण्डल संरक्षक मनोनीत करेगा।
आजीवन सदस्य :
जिन व्यक्तियों ने संस्थान के मेमोरेण्डम ऑफ ऐसोसिऐशन पर हस्ताक्षर किये हों वे आजीवन सदस्य माने जायेंगे । इसके अतिरिक्त जो व्यक्ति रु० 500/-
का सदस्यता शुल्क जमा कराये अथवा रु० 500/- या उससे अधिक राशि जमा कराने में सहयोग प्रदान करे ऐसे व्यक्ति को, प्रबंध मण्डल द्वारा आजीवन
सदस्य मनोनीत किया जाता है।
समवेत सदस्य :
किसी परिषद, संघ और संस्था के समवेत सदस्य होंगे जो संस्थान को राशि रु० 5000/- (रुपये पाँच हजार मात्र) या उससे अधिक की राशि भेंट स्वरूप
देंगे वे प्रबंध मण्डल द्वारा समवेत सदस्य के रूप में चयनित किये जायेंगे।
साधारण सदस्य :
साधारण सदस्य इस प्रकार के सदस्य होंगे जो वार्षिक सदस्यता शुल्क, दान भेंट स्वरूप राशि रु० 50/- (रुपये पचास मात्र) देंगे वे प्रबंध
मण्डल द्वारा चयनित किए जावेंगे।
साधारण सदस्य जिनका मस्तिष्क विकृत होने पर, अस्वस्थ होने पर या अपराधिक मामलों में लिप्त होने से या तीन वर्ष लगातार सदस्यता शुल्क न जमा करने
पर उनकी सदस्यता समाप्त कर दी जावेगी।
मानसेवी सदस्य :
ऐसे गणमान्य व्यक्ति जो विभिन्न गतिविधियों में ख्यात प्राप्त की हो साथ ही संस्थान के उद्देश्य अथवा वे व्यक्ति जो संस्थान के उद्देश्यों के परिपालन में सर्वथा
उपयुक्त हो उन्हें संस्थान का प्रबंध मण्डल मानसेवी सदस्य बनायेगा । मानसेवी सदस्य को संस्थान के किसी बैठक अथवा प्रस्ताव में वोट देने का अधिकार नहीं होगा ।
प्रकाशन विक्रय हेतु उपलब्ध
प्रकाशन विक्रय हेतु उपलब्ध
संस्थान के प्रकाशन को क्रय करने के लिए प्रकाशन मूल्य अदा करके क्रय की जाती है। डाक द्वारा भी पुस्तकें भेजी जाती हैं । कोई भी व्यक्ति/संस्थान धनादेश
(एम.ओ.) अथवा बैंक ड्राफ्ट अग्रिम भेजकर पुस्तकें मंगवा सकता है । संस्थान के प्रकाशन मय डाक खर्च के वी.पी.पी. द्वारा भी भेजी जाती है । धनादेश
(एम.ओ.)/डिमाण्ड ड्राफ्ट अध्यक्ष, श्री नटनागर शोध संस्थान, सीतामऊ (म.प्र.) के नाम स्टेट बैंक आॅफ इण्डिया, शाखा सीतामऊ का बनवाकर भुगतान करें ।
शोध पत्रिका "शोध साधना" का शुल्क
व्यक्ति/संस्था जो रु० 75/- (रुपये पचहत्तर मात्र) वार्षिक शुल्क
भुगतान करेगा। वह साधारण सदस्य होगा ।
व्यक्ति/संस्था जो रु० 1000/- (रुपये एक हजार मात्र) भुगतान
करेगा वह आजीवन सदस्य (दस वर्ष के लिए) होगा ।
रिप्रोग्राफिक सेवाएं
लायब्रेरी और संस्थान के सदस्य अथवा शोध छात्र सशुल्क रिप्रोग्राफिक की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं । संस्थान के विधान अथवा अन्तर्राष्ट्रीय कापी एक्ट अधिनियम के
तहत फोटो कापी की सुविधा प्रदान की जावेगी ।
आवास सुविधा
संस्थान में शोधार्थियों के ठहरने हेतु दो कक्ष है जिनका शुल्क प्रति शोधार्थी रु० 100/- (एक सौ मात्र) प्रतिदिन के हिसाब से है । संस्थान के नवीन निर्माणाधीन कार्यालय
मय गेस्ट हाउस में अतिरिक्त आवास व्यवस्था की गई है ।
सदस्यता फार्म डाउनलोड
श्री नटनागर शोध संस्थान, सीतामऊ का आजीवन सदस्य
श्री नटनागर शोध संस्थान, सीतामऊ का समवेत सदस्य
श्री नटनागर शोध संस्थान, सीतामऊ का साधारण सदस्य
श्री नटनागर शोध संस्थान, सीतामऊ का मानसेवी सदस्य
शोध पत्रिका "शोध साधना" का वार्षिक/आजीवन सदस्य